Oh Ms. T, Ms. T, so preTTy, so peTiTe,
Tiny, a Trooper, so TasTy a sighT...
ThoughTful, a Thinker, TuTor, she wriTes
Ms Q, not Quite Quiet, not Quixotic,
Always a Quizzer, clear Quartz like, and Quick...
Quipper, she cant Quell her Quill
Ms G Ms G, Gigantic heart, so Gentle, FraGile
Go Getter Girl, so Gracious, eyes like Gin, still no Guile
Oh Ms T, Oh Ms Q, Oh Ms G
I sigh!
Monday, April 25, 2011
Saturday, April 23, 2011
Fruity nut
You seek every time the novel,
New ways to pronounce that 'O' vowel.
Smells and tastes foreign...
Everything! you don't want boring.
For that exciter, for that thriller
You'd wander the world from Peru to Manila
But remember, all that strangeness is a killer
Sometimes you're better off with plain vanilla
You've tasted blueberry,
Peaches, and wild cherry
Strange flavors arcane,
Fruits that made you insane...
And yet across the fence,
Are apples (one for tuppence)
So simple, but honestly sweet,
Overlooked, but truly a painless treat.
New ways to pronounce that 'O' vowel.
Smells and tastes foreign...
Everything! you don't want boring.
For that exciter, for that thriller
You'd wander the world from Peru to Manila
But remember, all that strangeness is a killer
Sometimes you're better off with plain vanilla
You've tasted blueberry,
Peaches, and wild cherry
Strange flavors arcane,
Fruits that made you insane...
And yet across the fence,
Are apples (one for tuppence)
So simple, but honestly sweet,
Overlooked, but truly a painless treat.
Wednesday, April 20, 2011
Darj hai
एक बार तो मुझे आज़मा के देखो, इसमे ऐसा क्या हर्ज़ है?
प्यार मे होता नही है सौदा, न होता कोई भी क़र्ज़ है
यह ज़हर नही है, जाम है, इसे पीने से क्यों डरते हो?
रोज़ रोज़ हम मरते हैं, फिर तुम जीने से क्यों डरते हो?
मेरि ज़ुल्म बस यही है की जो दिल मे है वह हॉट पे आ गयी
तेरी ज़ुल्म तो यह है की तू दिल मे बस गयी, रूह पर छा गयी
प्यार मे होता नही है सौदा, न होता कोई भी क़र्ज़ है
यह ज़हर नही है, जाम है, इसे पीने से क्यों डरते हो?
रोज़ रोज़ हम मरते हैं, फिर तुम जीने से क्यों डरते हो?
मेरि ज़ुल्म बस यही है की जो दिल मे है वह हॉट पे आ गयी
तेरी ज़ुल्म तो यह है की तू दिल मे बस गयी, रूह पर छा गयी
Saturday, April 16, 2011
Bouncer
First there's the climb...
Then the big fall,
Yet, the landing I don't mind...
I'm a rubber ball!
Then the big fall,
Yet, the landing I don't mind...
I'm a rubber ball!
Thursday, April 14, 2011
Arz hai...
मैं कभी बदलता नही, तुम भी यह जानते हो
पत्थर कभी पिगलता नही, यह तो मानते हो
दिल खोलके बैठा हूं, उम्मीद है भर जाए
गम मिट जाए, ज़िंदगी निखर जाए
मैंने माँगा ही क्या तुझसे, क्यों रखते हो मुझे खामोशी मे?
क्या कुछ नही पाओगे मुझसे? क्या नही थे तेरी आँखें कभी मदहोशी मे?
अगर प्यार ज़ुल्म है तो सज़ा ए इश्क, तन्हाई भी मंज़ूर है
मेरा प्यार, मेरी वफ़ा, यह मेरी शान है, मेरा घुरूर है
मैं चाहता हूं तुझे, और चाहता ही रहूँगा
यह इंतेज़ार की घड़ी को भी सहता ही रहूँगा
पत्थर कभी पिगलता नही, यह तो मानते हो
दिल खोलके बैठा हूं, उम्मीद है भर जाए
गम मिट जाए, ज़िंदगी निखर जाए
मैंने माँगा ही क्या तुझसे, क्यों रखते हो मुझे खामोशी मे?
क्या कुछ नही पाओगे मुझसे? क्या नही थे तेरी आँखें कभी मदहोशी मे?
अगर प्यार ज़ुल्म है तो सज़ा ए इश्क, तन्हाई भी मंज़ूर है
मेरा प्यार, मेरी वफ़ा, यह मेरी शान है, मेरा घुरूर है
मैं चाहता हूं तुझे, और चाहता ही रहूँगा
यह इंतेज़ार की घड़ी को भी सहता ही रहूँगा
Friday, April 8, 2011
It's quite easy
Like falling off a log,
Carrying a feather...
A pleasant jog,
In autumn weather.
What's hard is to stop,
Or be told it never was...
Mind spins like a top,
At incomprehensible loss...
Carrying a feather...
A pleasant jog,
In autumn weather.
What's hard is to stop,
Or be told it never was...
Mind spins like a top,
At incomprehensible loss...
Thursday, April 7, 2011
Life is unfair (remixed)
Yes? No? maybe?
I don't know?
Can you repeat the answer?
You're still the boss of me now
And I'm not so big.
Love is unfair....
I don't know?
Can you repeat the answer?
You're still the boss of me now
And I'm not so big.
Love is unfair....
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